bhadrakali ma

भद्रकाली

इनका पूजनादि ध्यान करने से सर्वं भय पलायन कर जाते हैं और चतुर्वर्गीय फलों की प्राप्ति होती है । ॥ ध्यान ॥ क्षुत्क्षमा कोटराक्षी मसि मलिन मुखो मुक्त केशी रुदन्ती । नाहं तृप्ता वदन्ती जगदखिलमिदं ग्रासमेकं करोमि ॥ हस्ताभ्यां धारयन्ती ज्वलदनल शिखा सन्निभं पाश युग्मम् । दन्तंर्जम्बू फलाभैः परि हरतु भयं पातु मां भद्रकाली ॥ […]

Read More… from भद्रकाली