तन्त्र क्या है ?

साधना एवं मानव की इच्छापूर्ति के धार्मिक मार्ग तीन प्रकार के हैं। तन्त्र, मन्त्र और यन्त्र साधना एवं इच्छापूर्ति का प्रत्यक्ष मार्ग तन्त्र है। है तो यह बहुत कठिन। किन्तु साधक के लिये यह एक व्यावहारिक मार्ग है। ज्ञान, भक्ति, योग और कर्म इसमें सम्मिलित हैं। इसके द्वारा साधक भोग और योग दोनों प्राप्त कर […]

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मन्त्र सिद्धि हेतु विविध नियम

मन्त्र सिद्धि के लिये विशेष रूप से हमारे तान्त्रिक गुरुओं ने आसन, माला, दिशा, समय का उल्लेख किया है जिसे जाननाअनिवार्य है। इस प्रकार प्रयोग करने पर मन्त्र सिद्ध शीघ्र होता है तथा जागृत होता है ।–१. आसन – आकर्षण, वशीकरण कर्म हेतु व्याघ्र चर्म का आसन, उच्चाटन के लिये ऊँट चर्म का आसन, विद्वेषण […]

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तन्त्र क्या करता है?

• तन्त्र में दो प्रकार के मार्ग हैं- दक्षिण मार्ग एवं वाम मार्ग।• दोनों प्रकार की तान्त्रिक सिद्धियाँ की जाती हैं। शीघ्र सिद्धि वाम मार्ग के रास्ते से मिलती है। यह मार्ग पूर्णतः श्मसानीक तथा पैशाचिक मार्ग है। औघड़ इत्यादि इसी मार्ग के साधक होते हैं। वस्तुतः वाम मार्ग अच्छा बुरा में भेद नहीं करता […]

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